Thursday, July 29, 2010

हिन्दी - हत्या

सरकारी कार्यालय में
नौकरी मांगने पहुँचा
तो अधिकारी ने पुछा -
'क्या किया है'
मैंने कहा - ' एम॰ ए॰'
वो बोला - ' किस में'
मैंने गर्व से कहा - ' हिन्दी में'
उसने नाक सिंकोड़ी
'अच्छाहिन्दी में एम॰ ए॰ हो
बड़े बेशर्म हो
अभी तक ज़िन्दा हो
तुमसे तो
वो स्कूल का लड़का ही अच्छा था
जो ज़रा-सी हिन्दी बोलने के कारण
इतना अपनामित हुआ
कि उसने आत्म-हत्या कर ली
अरे
इस देश के बारे में कुछ तो सोचो
नौकरी मांगने आये हो
जाओ भैया! कहीं कुआँ या खाई खोजो
मैंने कहा-
हिन्दुस्तान में रहते हिन्दी का विरोध
हिन्दी के प्रति इतना प्रतिशोध'
वो बोला-
'यह हिन्दुस्तान नहीं
यह इण्डिया है
और हिन्दी
सुहागिन भारत के माथे की उजड़ी हुई बिन्दिया है
तुम्हारे ये हिन्दी के ठेकेदार
हर वर्ष
हिन्दी-दिवस तो मानते हैं
पर रोज़ होती हिन्दी-हत्या को
जल्दी भूल जाते हैं।'