एक कवयित्री का हुआ विवाह
फेरों के समय पण्डित जी ने कहा--
’सात वचन भरो’
सुनते ही बोली दुल्हन
कुछ नहीं वचन-बचन
मैं तो सात कविताएं सुनाऊंगी
और दुल्हे ने
यदि वाह-वाह नहीं की
तो फेरों के बीच में ही उठ जाऊंगी।
Tuesday, May 19, 2009
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